कोराना संदिग्धों के 17 सैंपल गायब अब तक दो सौ सैंपल हो चुके रिजेक्ट

 भोपाल हिस्ट्री और बीमारी का ब्यौरा भरा राजधानी से जांच के लिए भेजे जाता है। जांच के लिए सैंपल जाने वाले सैंपलो में बड़ी लगाने की बारी आती है तो यह लापरवाही सामने आ रही है। खास सैंपल मिलते ही नहीं है। इसके बाद बात यह है कि 6 अप्रैल से 17 लैब की तरफ से मख्य चिकित्सा अप्रैल के बीच भेजे गए सैंपल में से एवं स्वास्थ्य अधिकारी को ऐसे 13 गायब हो गए। लैब में जांच के संदिग्धों की सूची भेजी जाती है। दौरान संदिग्धों के नाम व फार्म तो इनमें रिजेक्ट किए गए, लीकेज मिले, लेकिन सैंपल नहीं मिले। इसी और गुम सैंपल शामिल होते हैंतरह से तीन सैंपल लीक हो गए, हफ्ते भर के भीतर तीन सैंपल लीक जिससे जांच नहीं हो सकी। सैंपलों और 140 सैंपल रिजेक्ट किए गए की अधिकता व स्टाफ को जरूरी हैं। अब तक 200 से ज्यादा सेंपल ट्रेनिंग नहीं होने की वजह से सैंपल रिजेक्ट हुए हैं। भोपाल में 13 गुम हो जाते हैं। उन्हें सैंपल देने के अप्रैल तक 2600 सैंपल लिए गए लिए दोबारा एक-दो दिन बाद लैब गए थे। इनमें 200 सेंपल रिजेक्ट में बुलाया जाता है। होना बड़ी बात है। प्रदेश के अन्य इस वजह से जांच में देरी होती जिलों में भी ऐसी ही स्थिति हैहै। सूत्रों ने बताया कि सैंपल लेने के इसको लेकर स्वास्थ्य आयुक्त फैज रिपोर्ट में देरी से संदिग्धों की जान सांसत में इसलिए रिजेक्ट हो रहे हैं सैंपल बाद इन्ह वायरल ट्रासपाट माड्या अहमद किदवई नाचता जाहिर का चार दिन पहले जिन लोगों ने जेपी अस्पताल में जांच के लिए सैंपल दिए थे, उनकी किन संदिग्धों के सैंपल लेना है। किस तरीके से (वीटीएम) किट मे रखकर लैब में है। उन्होंने सभी जिलों के जांच रिपोर्ट बीती शाम तक नहीं आई थी। इससे इन लोगों की जान सांसत में हैलेना है। इन सबके लिए इंडियन काउंसिल ऑफ जांच के लिए उसी दिन या अगले सीएमएचओ को पत्र लिखकर इनमें ज्यादातर लोग ऐसे हैं जो किसी पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आए हैं। भोपाल मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने गाइडलाइन दिन भेजा जाता है। इस किट के सैंपल लेने में गंभीरता रखने के की 3 लैब में जांच की क्षमता प्रतिदिन 305 सैंपल जांचने की है, जबकि हर दिन तय की है। इस गाइडलाइन से हटकर जो भी साथ संदिग्धों के नामों की सूची व निर्देश दिए हैं। यह भी कहा है कि 400 से ज्यादा सैंपल लिए जा रहे हैं। इस कारण लंबित जांचों की संख्या बढ़ती सैंपल लिए जा रहे हैं उन्हें रिजेक्ट कर दिया जाता सभी के अलग-अलग फार्म भी संपल कैसे लिए जाना हे इसकी जा रही हैइसी तरह से इंदौर में ज्यादा सैंपल इकट्ठे होने की वजह से राज्य है। आईसीएमआर ने संदिग्धों की श्रेणी भी साफ रखे जाते हैं। इस फार्म में उनकी पूरी बाकायदा लोगों को ट्रेनिंग दे। सरकार ने 17100 सैंपल जांच के लिए दिल्ली भेजे हैं। तौर पर बताई है।