अब खसरा का खतराः 37 देशों के 11 करोड़ 70 लाख बच्चों टीकाकरण की जरूरत, 24 देशों में वैक्सीनेशन लगभग बंद

unicef न्यूयॉर्क एजेंसी कोरोनावायरस पहले 90 दिन ठंडे मौसम वाले देशों में ज्यादा फैला पिछले 12 दिन से कोरोनावायरस महामारी के बीच दुनिया के 37 देशों के 11 करोड़ 70 लाख गर्म देशों में इसकी रफ्तार दोगुना, भारत में 4, ब्राजील में 6 दिन में मामले डबल हो रहे बच्चों को खसरे का टीका नही लग पा दुनियाभर में चर्चा थी कि गर्मी बढ़ते ही कोरोना का असर तापमान 20 डिग्री से लेकर 40 डिग्री तक बना हुआ है। रहा है। ये बच्चे दुनिया के ऐसे क्षेत्रों में कुछ कम हो सकता है। लेकिन यह दिख नहीं रहा है। इसके बावजूद यहां कुछ देशों में कोरोना के केस ढाई दिन, रहते हैं, जहां खसरे और रूबेला जैसी कोरोनावायरसपहले 90 दिन तक सबसे ज्यादा ठंडे मौसम चारदिन और सात दिन में ही दोगना होजा रहे हैं। भारत में बीमारियों का प्रकोप अब भी है। संयुक्त वाले देशों में फैला। यहीं सबसे ज्यादा मौतें भी हईं। लेकिन एक अप्रैल से 12 अप्रैल तक औसत तापमान 32 डिग्री रहा राष्ट्र की संस्था यूनिसेफ और विश्व पिछले 12 दिन से इसके ट्रेंड में थोड़ा बदलाव देखने को है,यहां इन 12 दिनों में 7800 से ज्यादा केस बढ़े हैं। इसी स्वास्थ्य संगठन ने मंगलवार को कहा मिल रहा है। कोरोना ठंडे देशों के साथ अब गर्म जलवाय तरह ब्राजील में एक से 12 अप्रैल तक औसत तापमान 26 कि 24 देशों में टीकाकरण का काम वाले देशों में भी दोगुना तेजी से फैल रहा है। लैटिन डिग्री रहा है,यहां 12 दिनों में 16 हजार से ज्यादा केस बढ़े लगभग बंद है। 13 देशों में भी यह अमेरिका, अफ्रीका और दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण-पूर्व हैं। लैटिन अमेरिकी देशों में अब कोरोनवायरस काफी कार्यक्रम प्रभावित हुआ है। खसरा और एशिया जहां गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है और औसत तेजी के साथ फैल रहा है। रूबेला जैसी बीमारियों से निपटने के लिए काम करने वाली वैश्विक संस्था के मुताबिक, जिन क्षेत्रों में कोरोना का अत्यधिक संक्रामक बीमारी है। इसलिए ज्यादा प्रभावित बच्चे 5 साल से कम उम्र का संक्रमण है। अब तक 19 लाख 88 ह्यमीजल्स एंड रूबेला इनीशिएटिवह खतरा अभी ज्यादा है, वहां इसके काम इसके लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम को के होते हैं। औसतन 2 करोड़ 60 लाख हजार 770 लोग इसकी चपेट में हैं। एक (एम एंड आरआई) ने संयुक्त बयान में को कुछ दिनों के लिए रोका जा सकता ज्यादा नहीं टाला जा सकता है। खसरे बच्चे इस बीमारी की चपेट में आते हैं। लाख 26 हजार की मौत हो चुकी है। कहा है कि कोरोनावायरस की महामारी है, लेकिन इसका यह मतलब कतई नहीं के टीके की शुरूआत 1963 में हुई। 2018 में खसरा की वजह से दुनिया में 1 राहत की बात ये कि इसी दौरान चार के दौरान टीकाकरण के कार्यक्रम को कि इसे पूरी तरह बंद कर दिया जाए। पहले यह महामारी लगभग हर 2-3 लाख 40 हजार बच्चों की मौत हुई थी। लाख 66 हजार 948 संक्रमित स्वस्थ जारी रखना जरूरी है। एम एंड आरआई खसरा भी वायरस से होने वाली एक साल में होती थी। खसरा से सबसे दुनिया के 210 देशों में कोरोनावायरस भी हुए हैं।